Updated on: Wed 08-Jan-2014 09:07:00 (GMT)
 

Kanpur: एलपीजी गैस एक बार फिर कानपुराइट्स के लिए समस्या बन गई है. इस बार मुसीबत का मजबूत आधार भी है. जी हां, देशवासियों की सहूलियएत के लिए बनाया जा रहा आधार कार्ड ही एलपीजी कंज्यूमर्स के लिए परेशानी का कारण बन गया है. दरअसल, गवर्नमेंट ने एलपीजी कंज्यूमर्स को सŽिसडी सीधे उनके बैंक अकाउंट में देने की योजना शुरू की है. देश के कई शहरों में इसे लागू भी कर दिया गया है लेकिन, बड़ी संख्या में कानपुराइट्स के आधार कार्ड न बन पाने के कारण सिटी में अभी योजना को लागू नहीं किया गया है. जबकि गैस एजेंसी वालों ने आधार कार्ड के नाम पर मनमानी शुरू कर दी है. वो कंज्यूमर्स को सिलेंडर देने से मनाकर रहे हैं. यहां तक नॉन-सŽिसडी सिलेंडर भी 200-300 रुपए ज्यादा लेकर बेचे जा रहे हैं.

 

आई नेक्स्ट ने की तफ्तीश
पŽिलक कॉल पर आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने पूरे मामले की तफ्तीश की. पता चला कि एजेंसियां मनमानी पर उतारू हैं. आधार कार्ड के चक्कर में एडवांस बुकिंग के बावजूद कंज्यूमर्स को सिलेंडर नहीं मिल रहा. एजेंसियां फोन रिसीव नहीं कर रही. मजबूरी में कंज्यूमर्स को सुबह उठकर गैस एजेंसी तक दौड़ लगानी पड़ रही है.
अब तक दो लाख
कानपुर में एलपीजी के डोमेस्टिक कनेक्शन करीब 7.5 लाख हैं. इनमें से करीब 2 लाख कंज्यूमर्स ने अपने कनेक्शन को आधार कार्ड नंबर से लिंक-अप करवा लिया है. इन सभी कंज्यूमर्स को सŽिसडाइज्ड रेट पर डोमेस्टिक सिलेंडर मिल रहा है. मगर, 505 लाख कंज्यूमर्स अब भी ऐसे हैं. जिनका न तो आधार कार्ड ही बना है, ना ही उनका कनेक्शन बैंक और आधार नंबर से लिंक-अप हो सका है. ऐसे कंज्यूमर्स को सŽिसडी रेट पर सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है.
नॉन-सŽिसडी में भी आनाकानी
कंज्यूमर को सŽिसडी रेट पर सिलेंडर के लिए 432.50 रूपए जबकि नॉन-सŽिसडी सिलेंडर के लिए 1282.50 रूपए अदा करने पड़ते हैं. बैंक एकाउंट से आधार कार्ड नंबर लिंक-अप होने पर कंज्यूमर्स को 9 सिलेंडर सŽिसडी रेट पर मिलते हैं. इस तरह प्रत्येक सिलेंडर पर उसे 855 रूपए की बचत होती है. मगर, जिनका आधार कार्ड नहीं बना है, उन्हें नॉन-सŽिसडाइज्ड रेट पर भी सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है. उल्टा, नॉन-सŽिसडी सिलेंडर Žलैक में खरीदने पर 200-300 रूपए एक्स्ट्रा अदा करने पड़ रहे हैं.
नहीं रिसीव कर रहे फोन
इस मुद्दे पर एलपीजी कंज्यूमर्स ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर को फोन करके  एजेंसियों की मनमानी और अडिय़ल रवैये की जानकारी भी दी. इसमें सबसे प्रमुख है, फोन पर एंटरटेन न करना. ऐसे में कंज्यूमर्स को खराब मौसम के बावजूद ठंड में ठिठुरते हुए गैस एजेंसी जाकर लाइन में खड़े होना पड़ रहा है. स्वतंत्र गैस एजेंसी के कंज्यूमर विकास वर्मा ने बताया कि जब एजेंसी वालों ने फोन उठाना बंद कर दिया तो आधार कार्ड लेकर एजेंसी गया. बावजूद इसके मुझे सिलेंडर नहीं दिया गया. वजह पूछने पर कोई जवाब ही नहीं मिल रहा है.
31 मार्च, 2014 तक आधार से छूट
ऑयल कम्पनियों ने सŽिसडी के लिए आधार कार्ड को बैंक से लिंकअप करवाने की अनिवार्यता की हुई है. फिलहाल, यह टाइम लिमिट 31 मार्च 2014 को समाप्त हो रही है. हालांकि, यूपी गैस वितरक संघ के महामंत्री भारतीश मिश्रा का कहना है कि यह कानपुर में 5.5 लाख एलपीजी कंज्यूमर्स का आधार नंबर अब तक नहीं बना है. लिहाजा, आने वाले दिनों में यह डेट निश्चित ही आगे बढऩी तय है.
यहां करें शिकायत
अगर आपका एजेंसी वाला भी एडवांस बुकिंग के बावजूद सिलेंडर की होम डिलेवरी नहीं कर रहा है. तो आप नीचे लिखे नंबरों पर कम्प्लेंट दर्ज करा सकते हैं.
आरएन बाजपेई, एडीएम सप्लाई 9454416409
संतोष निरंजन, डीएसओ 9793469217
भारतीश मिश्रा, महामंत्री, यूपी गैस वितरक संघ 9415043491
ऑयल कम्पनियां तो खुश होती हैं कि गैस सिलेंडर कस्टमर को नॉन-सŽिसडाइज्ड रेट पर बेचा जा रहा है. मगर, कोई एजेंसी वाला आधार कार्ड नहीं होने का हवाला देकर नॉन-सŽिसडी सिलेंडर देने से इंकार नहीं कर सकता है. अगर किसी को सिलेंडर Žलैक में बेचा जा रहा है तो वो मुझसे शिकायत कर सकता है.
-भारतीश मिश्रा, महामंत्री, यूपी गैस वितरक संघ
जब तक करप्शन नहीं खत्म होगा, पब्लिक के साथ ये चलता ही रहेगा
6 महीने से नॉन-सŽिसडी के चक्कर में सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है. सारा एजेंसी के द्वारा Žलैक कर दिया जाता है. और ऐसे बहुत ज्यादा महंगा पड़ता है. जब तक करप्शन नहीं खत्म होगा ये सब होता रहेगा. और जनता परेशान होती रहेगी.  -अŽदुल हन्नान
गवर्नमेंट की नौटंकी की वजह से आम पŽिलक को बहुत परेशानी होती है. आज ये कार्ड कल वो कार्ड. अपनी ही कंट्री में पैदा होने के बावजूद रोज-रोज अपनी सिजिटनशिप के नये-नये कार्ड बनवाने पड़ते हैं. -गिरीश मिश्रा
आप सŽिसडी, नॉन-सŽिसडी की बात कर रहे हैं. मेरा तो अब तक आधार कार्ड ही नहीं बना है.  -राहुल वर्मा
मेरा गैस कनेक्शन बजरंग गैस एजेंसी में है. पूरा एक साल होने वाला है. अभी तक आधार कार्ड तक बन के नहीं आया. इसी का नाम है करप्शन. -शादाब खान
मैंने आधार कार्ड के लिए एप्लाई कर रखा है. सबूत के लिए एकनॉलेजमेंट है मेरे पास. मगर, जब यह पर्ची लेकर इंडेन गैसएजेंसी गया तो उन्होंने मुझे सिलेंडर देने से मना कर दिया. बहुत दिक्कत हो रही है.  -अनित यादव
मुझे तो सŽिसडी रेट पर सिलेंडर नहीं मिल रहा है. आधार कार्ड एक साल पहले बन गया था. अभी तक लेकिन आया नहीं है. -कृष्ण यादव
आधार कार्ड के चक्कर में हमें सŽिसडी सिलेंडर नहीं मिल रहा है. स्वतंत्र गैस एजेंसी में मैं आधार कार्ड लेकर गया तो भी सिलेंडर देने से मना कर दिया. अब तो Žलैक में 1500 रूपए में भी सिलेंडर नहीं मिलता. उसके रेट भी बढ़ गये हैं.
-विकास वर्मा
मेरा कनेक्शन न्यू इंडियन गैस एजेंसी में है. पर मुझे भी नॉन-सŽिसडी के चक्कर में सिलेंडर नहीं मिल  पा रहा है. आधार कार्ड भी बना है, लेकिन मुझे नहीं मिल पा  रहा है. -अन्नू यादव
आधार नहीं तो गैस नहीं…!
प्रोफेशनल अनित यादव को गैस एजेंसी वाला इसलिए गैस डिलेवर नहीं कर रहा है. क्योंकि उनके पास आधार कार्ड ही नहीं है. आधार कार्ड की पर्ची एजेंसी वाले एक्सेप्ट नहीं कर रहे हैं. एडवांस बुकिंग के बावजूद एजेंसी वाला गैस देने से इंकार कर रहा है.
एजेंसी ने गैस देने से मना किया
सŽिसडी रेट के 9 सिलेंडर लेने के बाद जब आरके नगर निवासी सर्विसमैन आशुतोष ने एजेंसी में गैस बुक करवाई. 15 दिन बाद जब आशुतोष ने इंक्वॉयरी की तो जवाब मिला कि अगला सिलेंडर आधार नंबर जमा करने के बाद ही मिलेगा.

 

आई नेक्स्ट ने की तफ्तीश

पŽिलक कॉल पर आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने पूरे मामले की तफ्तीश की. पता चला कि एजेंसियां मनमानी पर उतारू हैं. आधार कार्ड के चक्कर में एडवांस बुकिंग के बावजूद कंज्यूमर्स को सिलेंडर नहीं मिल रहा. एजेंसियां फोन रिसीव नहीं कर रही. मजबूरी में कंज्यूमर्स को सुबह उठकर गैस एजेंसी तक दौड़ लगानी पड़ रही है.

अब तक दो लाख 

कानपुर में एलपीजी के डोमेस्टिक कनेक्शन करीब 7.5 लाख हैं. इनमें से करीब 2 लाख कंज्यूमर्स ने अपने कनेक्शन को आधार कार्ड नंबर से लिंक-अप करवा लिया है. इन सभी कंज्यूमर्स को सŽिसडाइज्ड रेट पर डोमेस्टिक सिलेंडर मिल रहा है. मगर, 505 लाख कंज्यूमर्स अब भी ऐसे हैं. जिनका न तो आधार कार्ड ही बना है, ना ही उनका कनेक्शन बैंक और आधार नंबर से लिंक-अप हो सका है. ऐसे कंज्यूमर्स को सŽिसडी रेट पर सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है.

नॉन-सŽिसडी में भी आनाकानी 

कंज्यूमर को सŽिसडी रेट पर सिलेंडर के लिए 432.50 रूपए जबकि नॉन-सŽिसडी सिलेंडर के लिए 1282.50 रूपए अदा करने पड़ते हैं. बैंक एकाउंट से आधार कार्ड नंबर लिंक-अप होने पर कंज्यूमर्स को 9 सिलेंडर सŽिसडी रेट पर मिलते हैं. इस तरह प्रत्येक सिलेंडर पर उसे 855 रूपए की बचत होती है. मगर, जिनका आधार कार्ड नहीं बना है, उन्हें नॉन-सŽिसडाइज्ड रेट पर भी सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है. उल्टा, नॉन-सŽिसडी सिलेंडर Žलैक में खरीदने पर 200-300 रूपए एक्स्ट्रा अदा करने पड़ रहे हैं.

नहीं रिसीव कर रहे फोन 

इस मुद्दे पर एलपीजी कंज्यूमर्स ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर को फोन करके  एजेंसियों की मनमानी और अडिय़ल रवैये की जानकारी भी दी. इसमें सबसे प्रमुख है, फोन पर एंटरटेन न करना. ऐसे में कंज्यूमर्स को खराब मौसम के बावजूद ठंड में ठिठुरते हुए गैस एजेंसी जाकर लाइन में खड़े होना पड़ रहा है. स्वतंत्र गैस एजेंसी के कंज्यूमर विकास वर्मा ने बताया कि जब एजेंसी वालों ने फोन उठाना बंद कर दिया तो आधार कार्ड लेकर एजेंसी गया. बावजूद इसके मुझे सिलेंडर नहीं दिया गया. वजह पूछने पर कोई जवाब ही नहीं मिल रहा है.

31 मार्च, 2014 तक आधार से छूट

ऑयल कम्पनियों ने सŽिसडी के लिए आधार कार्ड को बैंक से लिंकअप करवाने की अनिवार्यता की हुई है. फिलहाल, यह टाइम लिमिट 31 मार्च 2014 को समाप्त हो रही है. हालांकि, यूपी गैस वितरक संघ के महामंत्री भारतीश मिश्रा का कहना है कि यह कानपुर में 5.5 लाख एलपीजी कंज्यूमर्स का आधार नंबर अब तक नहीं बना है. लिहाजा, आने वाले दिनों में यह डेट निश्चित ही आगे बढऩी तय है.

यहां करें शिकायत

अगर आपका एजेंसी वाला भी एडवांस बुकिंग के बावजूद सिलेंडर की होम डिलेवरी नहीं कर रहा है. तो आप नीचे लिखे नंबरों पर कम्प्लेंट दर्ज करा सकते हैं.

आरएन बाजपेई, एडीएम सप्लाई 9454416409

संतोष निरंजन, डीएसओ  9793469217

भारतीश मिश्रा, महामंत्री, यूपी गैस वितरक संघ  9415043491

 

ऑयल कम्पनियां तो खुश होती हैं कि गैस सिलेंडर कस्टमर को नॉन-सŽिसडाइज्ड रेट पर बेचा जा रहा है. मगर, कोई एजेंसी वाला आधार कार्ड नहीं होने का हवाला देकर नॉन-सŽिसडी सिलेंडर देने से इंकार नहीं कर सकता है. अगर किसी को सिलेंडर Žलैक में बेचा जा रहा है तो वो मुझसे शिकायत कर सकता है. 

-भारतीश मिश्रा, महामंत्री, यूपी गैस वितरक संघ

जब तक करप्शन नहीं खत्म होगा, पब्लिक के साथ ये चलता ही रहेगा

6 महीने से नॉन-सŽिसडी के चक्कर में सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है. सारा एजेंसी के द्वारा Žलैक कर दिया जाता है. और ऐसे बहुत ज्यादा महंगा पड़ता है. जब तक करप्शन नहीं खत्म होगा ये सब होता रहेगा. और जनता परेशान होती रहेगी.  -अŽदुल हन्नान

गवर्नमेंट की नौटंकी की वजह से आम पŽिलक को बहुत परेशानी होती है. आज ये कार्ड कल वो कार्ड. अपनी ही कंट्री में पैदा होने के बावजूद रोज-रोज अपनी सिजिटनशिप के नये-नये कार्ड बनवाने पड़ते हैं. -गिरीश मिश्रा

आप सŽिसडी, नॉन-सŽिसडी की बात कर रहे हैं. मेरा तो अब तक आधार कार्ड ही नहीं बना है.  -राहुल वर्मा

मेरा गैस कनेक्शन बजरंग गैस एजेंसी में है. पूरा एक साल होने वाला है. अभी तक आधार कार्ड तक बन के नहीं आया. इसी का नाम है करप्शन. -शादाब खान

मैंने आधार कार्ड के लिए एप्लाई कर रखा है. सबूत के लिए एकनॉलेजमेंट है मेरे पास. मगर, जब यह पर्ची लेकर इंडेन गैसएजेंसी गया तो उन्होंने मुझे सिलेंडर देने से मना कर दिया. बहुत दिक्कत हो रही है.  -अनित यादव

मुझे तो सŽिसडी रेट पर सिलेंडर नहीं मिल रहा है. आधार कार्ड एक साल पहले बन गया था. अभी तक लेकिन आया नहीं है. -कृष्ण यादव

आधार कार्ड के चक्कर में हमें सŽिसडी सिलेंडर नहीं मिल रहा है. स्वतंत्र गैस एजेंसी में मैं आधार कार्ड लेकर गया तो भी सिलेंडर देने से मना कर दिया. अब तो Žलैक में 1500 रूपए में भी सिलेंडर नहीं मिलता. उसके रेट भी बढ़ गये हैं.

-विकास वर्मा

मेरा कनेक्शन न्यू इंडियन गैस एजेंसी में है. पर मुझे भी नॉन-सŽिसडी के चक्कर में सिलेंडर नहीं मिल  पा रहा है. आधार कार्ड भी बना है, लेकिन मुझे नहीं मिल पा  रहा है. -अन्नू यादव

आधार नहीं तो गैस नहीं…!

प्रोफेशनल अनित यादव को गैस एजेंसी वाला इसलिए गैस डिलेवर नहीं कर रहा है. क्योंकि उनके पास आधार कार्ड ही नहीं है. आधार कार्ड की पर्ची एजेंसी वाले एक्सेप्ट नहीं कर रहे हैं. एडवांस बुकिंग के बावजूद एजेंसी वाला गैस देने से इंकार कर रहा है.

एजेंसी ने गैस देने से मना किया

सŽिसडी रेट के 9 सिलेंडर लेने के बाद जब आरके नगर निवासी सर्विसमैन आशुतोष ने एजेंसी में गैस बुक करवाई. 15 दिन बाद जब आशुतोष ने इंक्वॉयरी की तो जवाब मिला कि अगला सिलेंडर आधार नंबर जमा करने के बाद ही मिलेगा.