smart cards ‘reveal’ Jagjit Singh, Uddhav are labourers in MP

जगजीत सिंह, रमन सिंह, और उद्धव ठाकरे की तस्वीरों वाले नरेगा के स्मार्ट कार्ड।

टाइम्स ऑफ इंडिया | May 17, 2013, 01.03PM IST

भोपाल।। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे और स्वर्गीय गजल गायक जगजीत सिंह मनरेगा के मजदूर हैं! मध्य प्रदेश के रेवा जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी स्कीम (मनरेगा) के कुछ स्मार्ट कार्ड देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

मनरेगा स्कीम के तहत बैंक से पेमेंट के लिए बनाए गए स्थानीय लोगों के नाम वाले इन स्मार्ट कार्ड्स में तस्वीरें जानी-मानी हस्तियों की छपी हैं। ये कार्ड यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 2009-10 में जारी किए थे। बैंक ने ये कार्ड FINO नाम की कंपनी से बनवाए थे।

कार्ड्स में बड़ा गड़बड़झाला है। एक कार्ड कैथा गांव के मंगल सेन के नाम से जारी किया गया है। लेकिन उस पर छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह की तस्वीर लगी है। इसी तरह गांव के राहुल दुबे के नाम से जारी कार्ड में स्वर्गीय जगजीत सिंह की फोटो है। उधर, रेवा के जिला कलेक्टर शिव नारायण रुपाला को इसमें धांधली का खेल नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि अगर ये कार्ड्स जालसाजी के लिए इरादे से बनाए गए होते तो इनमें जानी-मानी हस्तियों की तस्वीरें नहीं लगाई जातीं। रुपाला ने कहा इस इस मामले की जांच के लिए यूनियन बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर को निर्देश दिए गए हैं।

दूसरी तरफ यूबीआई के एजीएम एस.के. सिंह को इसकी पीछे कार्ड बनाने वाली कंपनी के किसी कर्मचारी की शरारत नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट कार्ड में लाभार्थी का फिंगरप्रिंट रेकॉर्ड भी होता है। इसलिए पहली नजर में उन्हें नहीं लगता कि इन कार्ड्स पर कोई पेमेंट हुआ होगा। उन्होंने इसका दोष कार्ड बनाने वाली कंपनी FINO पर मढ़ते हुए कहा कि गलती उनकी ओर से है। कंपनी के किसी कर्मचारी ने यह शरारत की है।

उन्होंने कहा कि इन कार्ड्स की डीटेल्स बैंक और FINO के सर्वर में नहीं है। ये कार्ड बैंक से लिंक भी नहीं है। उन्होंने कहा कि फिर भी इन कार्ड्स की पेमेंट डीटेल्स मांगी गई हैं। अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उधर, FINO कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी स्वप्न कुमार तिवारी ने कहा कि इसके पीछे करप्शन का खेल हो सकता है। आईटी एक्सपर्ट की मदद से इसकी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस गड़बड़ी को उजागर करने के बाद जून में कंपनी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था।